Post on 2nd April 2025

*राणा सांगा के आक़ा बाबर ने पिछले चालिस साल में भारत के सब से बड़े राज्य उत्तर प्रदेश, जिस की आबादी रूस से ज़्यादा है, उस की अर्थव्यवस्था को “गाय-गोबर” की अर्थव्यवस्था बना दिया। कोई विदेशी निवेश नहीं आया, कोई फैक्ट्री, रिफाइनरी या आई टी सेक्टर नहीं खुला।

*भारत सरकार द्वारा एन आर सी के हंगामा ने दुनिया को पहली बार याद दिलाया कि भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यक की बहुत बड़ी आबादी रहती है, जो भारत मे second largest majority है, जिन की कोई आवाज़ नहीं थी।दुनिया को पता चला की 1947 के बाद वर्तमान सराकर मे कोई मंत्री या सासंद मुस्लिम नहीं है, मगर विश्वगुरु बन्ने का नारा दिया जा रहा है।

*आसाम मे बंगाली घुसपैठिया के नारा ने बांग्लादेश को एक सुखी सम्पन्न देश बना दिया।एन आर सी की प्रक्रिया ने 50 साल बाद बांग्लादेश को एक “नया गणतंत्र” बना दिया। इस नये रिपब्लिक ने हाल में चीन जा कर भारत के नोर्थ इस्ट राज्य को लैंड-लॉक कह कर एक नये विवाद को जन्म दे दिया।

*बांग्लादेश की सरकार द्वारा जन्माये “लैंड-लॉक” विवाद उन के “Sea Custodian” (समुंदरी संरक्षक) के दावेदारी को ठोस बल दिया और विस्तारवादी चीन के महत्वाकांक्षा को हवा दी। आगे आगे देखिये होता है क्या?

*”वक़्फ़ बिल” भारत में अल्पसंख्यकों को भारतीय राजनीति मे 1947 के बाद पहली बार एक नई राजनितिक सक्रियाता का प्रबल अवसर प्रदान करे गी।साझेदारी और भागीदारी का प्रश्न देश और दुनिया में अब दरी के निचे नही छुपाया जा सके गा।

*अब विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के tokenism के कार्य प्रणाली से काम नहीं चले गा, जिस की जितनी संख्या भारी, उस की उतनी हिस्सेदारी के सिद्धांत को governance में लाना होगा और न्यू वर्ल्ड ऑर्डर में दुनिया के सामने यह बात साबित भी करनी होगी।

#Note: यह “वक़्फ़ बिल” और नमस्ते ट्रम्प के “टेरिफ किंग” के हेडलाइन का हंगामा भारतीय अर्थव्यवस्था के ताबूत में आख़री कील साबित होगा।