Post of 9th April 2025

हमारे आदरणीय विश्व प्रख्यात दार्शनिक, धारा प्रवाह हिन्दी वाचक, इतिहासवेत्ता, संघ प्रमुख डाक्टर मोहन जी का संगठन 3%, 5%, 15% को बचाने के चक्कर में राणा सांगा के आक़ा बाबर का नाम लेकर पूरे देश की जीडीपी बर्बाद किया और भारत रत्न नरसिम्हा राव द्वारा बाबरी ध्वस्त करा कर 1993 में भारत का नक़्शा LOC को LAC बनवा कर बदल दिया।

मगर आदरणीय संघ प्रमुख की सोंच नक़्शा बदलने के तीस साल बाद भी नहीं बदली। वह और उन का संगठन अभी भी हिन्दु घर्म की “ज़ात-पात की राजनीति” को “मुस्लिम तिरस्कार के ध्रुवीकरण” के खेल से काट कर रही है।

बैकवर्ड जातियों की राजनीति ने “मंडल” को राजा वीपी सिंह को बेवक़ूफ़ बना कर लागू करवा दिया और संघ “कमंडल” को रोड-चौराहे पर लाकर चीन को विश्वगुरु बना दिया।

बाबरी ध्वस्त होने के बाद, बिहार में नीतीश कुमार संघ से जुट गये और सरकार मे बने रहे। अंततोगत्वा “जाति जनगणना” करवा दिया। बैकवर्ड राजनीति के जातिगत जनगणना ने फिर संघ को मुस्लिम तिरस्कार के सिद्धांत पर वापस ला दिया और संघ प्रमुख को बनारस का “ज्ञानवापी मस्जिद” का मुद्दा नज़र आ गया। अब संधीतकारो को बनारस के मंदिर के लिए, कब्रिस्तान, मज़ार, मस्जिद में शिव जी नज़र आने लगे।

अब हर मस्जिद का “मिनार” संघीतकार लोगों को शिव जी का प्रतीक नज़र आने लगा और वहाँ नाचने लगे, DJ बजाने लगे, झंडा लगाने लगे (नीचे मालवीय का कार्टून और मज़ार के मिनार पर दंगानवमी की तस्वीर है)

अखंड भारत के नारा लगाने वाले 1993 में चीन को ज़मीन देकर नक़्शा बदल दिया और तीस साल बाद राम मंदिर बन गया। अब आदरणीय संघ प्रमुख को बनारस में काशी विश्वनाथ याद आने लगा।मस्जिद का मिनार भगवान का प्रतीक नज़र आने लगा, उधर चीन अरुणाचल प्रदेश के 90,000 sq km का नाम-पता बदल कर नया दावा ठोक दिया है।

#NOTE: दुआ है, आदरणीय संघ प्रमुख स्वस्थ और दीर्घायु हों क्योंकि सौ साल से हिन्दु समाज को सुधारने का दावा है और मुसलमानों में तो खैर सुधार का दरिया बहा दिया है, मगर इतनी मेहनत के बाद भी हिन्दु समाज में श्मशान और पानी एक नहीं हुआ।

“भारत माता” अभी 67% ही बर्बाद हुई हैं। मस्जिद के मिनार को भगवान का प्रतीक मान कर 33% बचे भारत की बर्बादी बाक़ी है, जिस को संघ प्रमुख शीघ्र पूरा कर दें। फिर बहुत सुंदर भारत बने गा, जय हिन्द।