Post of 11-03-2022

कल सऊदी अरब ने उत्तर चीन के शहर पॉंजीन मे एक मौड्रन तीन लाख बैरल प्रति दिन तेल साफ करने का रिफायनरी और पेट्रोकेमिकल्स कम्पलेक्स बनाना का चीन के साथ समझौता किया है ताकि चीन को तेल और दूसरा चीज़ें आसानी से चीन मे ही मिल सके।यह 2024 मे बन कर तैयार हो जाये गा। इस के पहले सऊदी अरब ने मलेशिया और इंडोनेशिया मे दो रिफायनरी बनाया है।

पहले विश्व युद्ध के बाद दुनिया मे ब्रिटेन और औटोमन एम्पायर के समुंदर से विश्व ट्रेड का अंत हो गया जो सौ साल बाद फिर मिडिल इस्ट के तेल और चीन के मैन्यूफ़ैक्चरिंग से दुनिया मे शुरू हुआ।पैंडेमिक और यूक्रेन ड्रामा ने इस को ख़त्म करना चाहा मगर इस को मिडिल ईस्ट और चीन ख़त्म नही होने दे गें।

मंगलवार को बाईडेन से फोन पर MBS और MBZ के टाईम लेकर बात करने के इंकार के बाद यूऐई के राजदूत ने बुद्धवार को अमेरिका मे कहा कि “यूऐई तेल का नल खोल दे गा” यह कहना था कि तेल और गैस का दाम गिर कर $123 से $108 हो गया मगर दूसरे दिन यूऐई के उर्जा मंत्री ने कहा कि हम लोग OPEC+ की बात मानते है और कल से फिर तेल का दाम बढ गया।

इस तीन दिन के घटना पर मिडिल ईस्ट के एक Think Tank ने लिखा के यूऐई के अमीर ज़्याद (MBZ) ने वाशिंगटन को यह मैसेज दिया कि “You need us, we need you, so let us settle the issues between us.”

भारत और चीन की आबादी 140 करोड है और अमेरिका की आबादी 40 करोड है।भारत और चीन 80% तेल मिडिल ईस्ट से लेता है और अमेरिका के पास अपना तेल है मगर आठ साल मे चीन के शी जिंपिंग ने दुनिया बदल दी तो प्रिंस सलमान (MBS) भारत मे Reliance में $15 billion का रिफायनरी न लगा कर चीन मे लगा रहे हैं और बाईडेन से फोन पर बात करना ज़रूरी नही समझते हैं। विश्वास किजये दो साल मे हिमालय मे बर्फ पिघले गा और #नाशपाती पक कर खुद गिर जाये गी।

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